उजियारपुर प्रखंड मुख्यालय को जाने वाली तमाम सड़क गड्ढों में है तब्दील, लोग हो रहे दुर्घटना का शिकार
उजियारपुर प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली तमाम सड़कों का हाल बहाल हो चुका है सड़कों पर जगह जगह गड्ढा बना हुआ है लेकिन इसकी प्रवाह ना तो यहां की प्रशासन को है ना ही विधायक को और ना ही सांसद को, आए दिन इस सड़क से गुजरने वाले लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे है। सातनपुर से उजियारपुर प्रखंड मुख्यालय से होते हुए समस्तीपुर जिला मुख्यालय तक जाने वाली मुख्य सड़क है जो की बुरी तरह से टूटी हुई है। साथ ही बाबूलाल चौक से धमुआ चौक की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की मुख्य मार्ग जानलेवा गड्ढा में तब्दील हो चुका है।
भाकपा-माले नेता जिला स्थायी कमेटी सदस्य फूलबाबू सिंह ने बताया कि उजियारपुर से समस्तीपुर जानेवाली मुख्य सड़क गड्ढा में तब्दील हो कर जानलेवा हो गया है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनी उपर्युक्त सड़क जगह जगह गड्ढा में तब्दील हो गया है। आये दिन टुटी सड़क के कारण मोटरसाइकिल और साईकील से चलने वाले लोग दुर्घटना की शिकार हो जाते हैं। गूंगी बहरी नीतीश कुमार की सरकार में सड़क के प्राक्कलन तैयार हाने के दो वर्ष बाद टेंडर होता है और चार वर्ष बाद काम शुरू किया जाता है जो कि पांच वर्षों में फिर से गड्ढा में तब्दील हो जाता है।
माले के प्रखंड कमेटी सदस्य गंगा प्रसाद पासवान ने कहा कि बाबूलाल चौक से धमुआ चौक की सड़क से गुजरने का मतलब है अपने लिए खतरा को न्योता दे कर बुलाना, सड़क पर घुटना के बराबर गड्ढा है आम आदमी परेशान है फिर भी स्थानीय जनप्रतिनिधि को अपनी जनता की परेशानी पर तरस भी नहीं आता है। भाकपा-माले जनता की आवाज को बहरी सरकार तक पहुंचाने के लिए जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर टुटे हुए जानलेवा सड़क को तत्काल मरम्मत कराने, जल्द टेंडर कराकर गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण कराने की मांग करता है।
विरोध प्रर्दशन में महेश प्रसाद सिंह, बालेश्वर सहनी, संजीत सहनी, रामनगिना सहनी,चन्देश्वर सहनी, जयराम सहनी, हेमंत सहनी,गेना सहनी,सुरज सहनी, योगेन्द्र सहनी, महेश्वर सहनी, रामाश्रय पासवान, राहुल कुमार, मनोज कुमार,अबधेश सहनी, राजेश्वर सहनी, कुसुम देवी, मीना देवी, इन्दु देवी, वीणा देवी, सीता देवी, रितु देवी एवं अन्य कई लोग मौजूद थे।