उजियारपुर महागठबंधन कार्यकर्ताओ के द्वारा शुक्रवार को सातनपुर चौक NH-28 को जाम कर बिहार बंद के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया। बिहार सरकार के द्वारा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 पारित करने एवं बिहार विधान सभा में विपक्ष दल के विधायकों पर इस कानून का विरोध करने के बाद लाठी डंडे बरसाने के विरोध में पूरे बिहार को बंद कर इस कानून के खिलाफ विरोध जताया।
बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 के तहत पुलिस को एक विशेष अधिकार प्राप्त होगा जिसके तहत पुलिस बिना वारंट के शक के आधार पर किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकता है। विपक्षी दलों का मानना है कि इस कानून को लागू करने के बाद पुलिस और भी निरंकुश और निर्दयी हो जाएगी। जिससे कि किसी भी व्यक्ति को कभी गिरफ्तार कर उसके साथ मनमानी कर सकती है। इस कानून को लेकर विपक्षों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पुलिस को गुंडा बनाने का भी आरोप लगाया है।
इस विशेष कानून के तहत पुलिस किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करेगी तो इसकी सूचना कोर्ट को नहीं देगी और ना ही कोई व्यक्ति पुलिस कार्यवाही के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज करवा पाएगा। इस कानून को पास कराने के लिए बिहार विधान सभा में जमकर लाठी डंडों कि बरसात कि गई। साथ कई विधायकों को बुरी तरह से पुलिस से पिटबाया भी गया। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 कानून बीजेपी शासित प्रदेशों में पहले से ही लागू किया जा चुका है एवं अब बिहार में इस कानून को लागू करने कि प्रक्रिया चल रही है।
बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 कानून के विरोध में शुक्रवार 26 मार्च 2021 को पूरे बिहार में विपक्षी दल के कार्यकर्ताओ के द्वारा बिहार बंद कर इस कानून का विरोध किया गया। जिसमें उजियारपुर महागठबंधन के कार्यकर्ताओ के द्वारा बिहार बंद का समर्थन किया गया एवं सातनपुर में NH 28 जाम कर धरना प्रदर्शन किया गया। मौके पर राजद प्रखण्ड अध्यक्ष प्रमोद राय, युवा राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय, प्रखण्ड महासचिव ब्रजेश कुमार, किसान प्रकोष्ठ के जिला महासचिव रंजीत प्रसाद राय (बबलू), सुरेन्द्र प्रसाद सिंह,दिनेश पासवान, प्रेमचंद यादव, राजकुमार राय, धर्मवीर यादव एवं अन्य कई कार्यकर्ता मौजूद थे।