उजियारपुर में असली टक्कर इन 03 प्रत्याशियों के बीच, जानिए लोगों के बीच कौन है सबसे ज्यादा लोकप्रिय…

बिहार विधान सभा चुनाव 2025 के तहत पहले चरण में 06 नवंबर को होने वाले मतदान में उजियारपुर विधानसभा में भी मतदान किया जाएगा। जिसको लेकर मंगलवार शाम 05 बजे से ही क्षेत्र में प्रचार-प्रसार का कार्य बंद कर दिया गया। अब 06 नवंबर को मैदान में उतरे हुए प्रत्याशियों के लिए मतदान किया जाएगा साथ ही 14 नवंबर को उजियारपुर का ताज किसके सर सजेगा वो भी सामने आ जाएगा।

Ujiarpur Analysis

प्रचार-प्रसार थमने के बाद से क्षेत्र के लोग ये जानने में काफी दिलचस्पी दिखा रहे है कि वाकई में लोग किसे उजियारपुर विधायक के रूप में देखना पसंद कर रहे है। तो इस बार मामला पेंचीदा होते हुए दिख रहा है उजियारपुर न्यूज के द्वारा किया गया एक सर्वे के अनुसार किसी भी नेता के लिए एकतरफा समर्थन मिलता हुआ नहीं दिख रहा है।

अलग-अलग क्षेत्रों में अलग अलग नेताओं के लिए लोग समर्थन कर रहे है। उजियारपुर के कुछ क्षेत्रों में लोग निवर्तमान विधायक आलोक कुमार मेहता से काफी नाराज है और वो चाहते है कि उजियारपुर में बदलाव हो, लेकिन कुछ क्षेत्रों में उनको समर्थन भी मिल रहा है। तो कुल मिलाकर देखा जाए तो पिछले बार जैसे इस बार का माहौल नहीं है। जिसके कारण इस बार मेहता जी को नुकसान झेलना भी पड़ सकता है।

वहीं एनडीए से राष्ट्रीय लोकमोर्चा के प्रत्यासी प्रशांत पंकज का ग्राफ शुरुआत में पूरी तरह से डाउन था लेकिन बड़े-बड़े नेताओं के द्वारा उनके पक्ष में आकार प्रचार-प्रसार किया गया जिसके बाद लोगों को लगता है कि केंद्र में जिसकी सरकार है, उनके प्रत्यासी को जिताने पर उजियारपुर क्षेत्र का विकास तेजी से होगा। इस तरह से देखा जाए तो काफी लोग प्रशांत कुमार पंकज के पक्ष में अपना वोट देना चाहते है।

वहीं निर्दलीय प्रत्यासी उपेन्द्र कुमार कुशवाहा भी क्षेत्रों में घूम-घूम कर जनसम्पर्क कर कर के लोगों को अपने पक्ष में वोट करने के लिए कह रहे है। जिसके कारण कुछ क्षेत्रों में इनके समर्थन में भी लोग खुल के सामने आ रहे है। तो कहीं ना कहीं यह भी मजबूती से अपना पकड़ क्षेत्र में बनाए हुए है। अब देखना ये है कि उजियारपुर कि जनता किस दिशा में जाती है और अधिकतम समर्थन किसको देती है।

तो अगर सभी तथ्यों को मिलाकर देखा जाए तो किसी को भी एक तरफा समर्थन नहीं मिल रहा है। ऐसे में 14 नवंबर को ही ये साफ हो पाएगा कि सबसे ज्यादा समर्थन किस प्रत्यासी के पक्ष में लोगों ने दिया, और उजियारपुर विधानसभा का ताज किस प्रत्यासी के सिर पे सजा।

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