Comet Nishimura: चार शताब्दी के बाद अंतरिक्ष में घटेगी यह खगोलीय घटना, इस दिन देख सकेंगे यह अद्भुत नजारा
Comet Nishimura: अंतरिक्ष में आए दिन न जाने कितनी खगोलीय घटनाएं घटती हैं, सूर्य ग्रहण और चंद्रमा ग्रहण भी इन्हीं खगोलीय घटनाओं के कारण लगता है। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की नजर हमेशा इन पर रहती है, अभी हाल ही में जापान के एक खगोलशास्त्री ने एक ऐसी खगोलीय घटना खोज निकाली है जो लगभग चार शताब्दीयों में केवल एक घटित होती है, यदि आप भी खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखते हैं तो यह आपके लिए बहुत खास होने वाला है।
जापानी खगोलशास्त्री ने की निशिमुरा धूमकेतु की खोज
दरअसल एक धूमकेतु 12 सितंबर को पृथ्वी के सबसे पास से गुजरने वाला है, यह अद्भुत नजारा देखने के लिए साइंटिस्ट काफी बेकरार है क्योंकि 437 साल में एक बार यह धूमकेतु पृथ्वी के करीब आता है। बता दे इस धूमकेतु के बारे में जापानी खगोलशास्त्री हिदेओ निशिमुरा ने पिछले महीने 11 अगस्त को पता लगाया था, इस वजह से इस धूमकेतु का नाम ‘निशिमुरा धूमकेतु’ रखा गया है।
17 सितंबर को सूर्य के सबसे करीब होगा निशिमुरा धूमकेतु
निशिमुरा धूमकेतु का वैज्ञानिक नाम C/2023 P1 है, यह 17 सितंबर को सूर्य के सबसे करीब से गुजरेगा, इस दिन इसकी दूरी बुध से भी कम होगी, लेकिन उससे पहले यह 13 सितंबर को पृथ्वी के सबसे करीब पहुंच सकता है और 12 सितंबर से ही दिखाई देना शुरू हो सकता है। स्पेस साइंटिस्ट का मानना है कि इस धूमकेतु के 1.8 की तीव्रता से चमकने की उम्मीद है और इसे लगभग पूरे उत्तरी गोलार्ध में देखा जा सकता है।
नासा के सेंटर फॉर नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के प्रबंधक पॉल चोडास ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि इस धूमकेतु की परिक्रमा अवधि 437 साल है, यानी 12 सितंबर के बाद यह अगले 437 साल में पृथ्वी के करीब आएगा, चोडास ने यह भी बताया कि इस धूमकेतु को ढंग से देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता पड़ेगी। और पढ़ें